
राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव सह प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी महासभा बिहार एड०बीरेन्द्र कुमार उर्फ बीरेन्द्र गोप ने बयान जारी कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उनके पार्टी द्वारा पिछड़ा वर्ग के मसीहा मंडल आयोग के अध्यक्ष रहे वी पी मंडल जी का जयंती एवं पुण्यतिथि नहीं मनायें जाने कि निंदा करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा से वी पी मंडल जी के परिजनों से माफी मांगने की मांग किया है। श्री बीरेन्द्र गोप ने कहा कि वी पी मंडल जी के पौत्र निखिल मंडल करीब बीस वर्षों से जदयू के लिए काम कर रहे हैं फिर भी उनके दादा एवं पूरे देश के पिछड़ा वर्ग के मसीहा वी पी मंडल जी को नजर अंदाज कर निखिल मंडल के मुंह पर भी तमाचा मारने का काम किया है। श्री गोप ने कहा कि लगता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संघियों के साथ रहते – रहते अपने महापुरुषों को भूलकर पूर्ण रूप से गोडसे व गोलवलकर की अनुयायी बन चूके हैं। एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी पिछड़ा वर्ग के बेटा बनकर पूरे पिछड़ा समाज का वोट लेकर 11 वर्षों से राज कर रहे हैं फिर भी मंडल आयोग के शिफारिशों को जो बहुजनों का सम्पूर्ण विकास के लिए केन्द्र सरकार को सौंपा गया था डस्टबीन में छोड़ कर मनुस्मृति को देश एवं देशवासियों पर थोपने की नापाक कोशिश कर रहे हैं। श्री बीरेन्द्र गोप ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को उनके ही पंचरत्न ललन सिंह, संजय झा, विजय चौधरी, अशोक चौधरी एवं डी के बोस ने मानसिक रूप से इतना अपाहिज बना दिया कि उन्हें सही और ग़लत का निर्णय लेने कि क्षमता ही खत्म हो गई है। रही-सही कसर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा जी जो कि प्रदेश अध्यक्ष कम और ललन सिंह एवं संजय झा के अरदली बनकर रह गये हैं अपने आका को खुश करने के लिए बहुजन नायकों को भुलाकर निकाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ भाजपा के लोग बाबा साहेब डॉ०भीमराव अंबेडकर एवं पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण के जनक वी पी मंडल जी का जयंती एवं पुण्यतिथि मनाकर बहुजनों के आंखों में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं तो दूसरे तरफ आयोग के सिफारिशों एवं देश के संविधान को समाप्त करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं जिसे ओबीसी महासभा एवं देश का बहुजन कामयाब नही होने देंगे।