भगवान बुद्ध की2569बी जयंती के पावन अवसर पर भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा बागवानी प्रकोष्ठ के सह संयोजक डॉ. मनीष पंकज मिश्रा ने बुद्ध प्रतिमा पर कैंडल जलाकर उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने भगवान बुद्ध के जीवन, उनके विचारों और आदर्शों को स्मरण करते हुए कहा कि आज के समय में जब मानवता अनेक चुनौतियों का सामना कर रही है,
बुद्ध के सिद्धांत और शिक्षाएं पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हो गई हैं।डॉ. मिश्रा ने कहा कि अहिंसा, करुणा, सत्य और सहिष्णुता जैसे मूल्य केवल धार्मिक या आध्यात्मिक सिद्धांत नहीं हैं, बल्कि एक समावेशी, शांतिपूर्ण और न्यायपूर्ण समाज की नींव हैं। बुद्ध ने हमें यह सिखाया कि आंतरिक शांति ही बाहरी शांति का मूल है और जब तक व्यक्ति स्वयं के भीतर जागरूक नहीं होगा, तब तक समाज में सच्चा परिवर्तन संभव नहीं है।उन्होंने यह भी बताया कि राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन का उद्देश्य भी उसी दिशा में कार्य करना है, जिसमें हर व्यक्ति के मौलिक अधिकारों की रक्षा हो और समाज में समता, स्वतंत्रता और बंधुत्व का भाव स्थापित हो।भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता ने भगवान बुद्ध को नमन करते हुए कहा एवं युवाओं से आह्वान किया कि वे बुद्ध के जीवन से प्रेरणा लें और अपने जीवन में नैतिकता, संयम व सेवा को अपनाएं। हम बुद्ध के विचारों को व्यवहार में उतारें। भगवान बुद्ध ने अहिंसा को अपने उपदेशों का मूल आधार बनाया। उन्होंने कहा कि सभी प्राणी दुख से बचना चाहते हैं, इसलिए किसी को शारीरिक, मानसिक या वाणी से कष्ट देना अनुचित है।
अहिंसा केवल हिंसा न करने तक सीमित नहीं, बल्कि यह करुणा, प्रेम और सहानुभूति का भाव है। बुद्ध ने सिखाया कि दूसरों की पीड़ा को समझना और उनके प्रति दयालु रहना ही सच्चा धर्म है। यदि समाज में हर व्यक्ति अहिंसा के मार्ग पर चले, तो वैमनस्य, द्वेष और हिंसा स्वतः समाप्त हो जाए। अहिंसा से ही शांति और सद्भावनाना संभव है। नमन और बदन करने वालों में पूर्व भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अधिवक्तापूर्ब मीडिया प्रभारी संतोष ठाकुर भाजपा नेता राणा रणजीत सिंह विजय प्रसाद उर्फ काला नाग बबलू गुप्ता मंटू कुमार आदि