डी.जी.सी.ए., भारत सरकार के प्रावधानों के आलोक में गया हवाई अड्डा, गया में आज 2.30 बजे पूर्ण पैमाने पर काल्पनिक आपातकालीन अभ्यास (Full scale emergency exercise) किया गया।
इसमें विमान दुर्घटना उपरांत यात्रियों के सुरक्षित बचाव, जरूरतमंद यात्रियों को चिकित्सकों की टीम द्वारा परीक्षण तथा अग्निशमन विभाग द्वारा ससमय आग पर काबू पाने से संबंधित अभ्यास किया गया।
उक्त आपातकालीन अभ्यास के दौरान श्री बंगजीत साहा, विमानपत्तन निदेशक, श्री सर्वेश सिंह, कासो, सी.आई.एस.एफ, श्री प्रभात कुमार, सिविल सर्जन, गया, डॉ राकेश अहलूवालिया, डॉ विकास सिंह, अर्श सुपरश्पेसियलिटी अस्पताल, श्री अवधेश कुमार।
उपमहाप्रबंधक (एटीसी), श्री अविनाश एम.वी. सोरेग, उपमहाप्रबंधक (संचार), श्री जीतेश कुमार, इंस्पेक्टर, एन डी आर एफ., श्री ए.सी.बोरो, प्रभारी (अग्निशमन) के अलावे विभिन्न स्टेकहोल्डर ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस दौरान विमानपत्तन निदेशक ने बताया गया कि उक्त आपालकालीन अभ्यास डी.जी.सी.ए. द्वारा जारी प्रावधानों के अनुरूप दो वर्ष में एक बार किया जाता है एवं इस प्रकार के अभ्यास इसलिए किए जाते हैं ताकि ऐसी स्थिति होने पर होने वाली चुनौतियों का सामना सुगमता से किया जा सके। इस तरह के अभ्यास से कार्मिक की दक्षता का परीक्षण एवं एजेंसियों को उनकी जिम्मेदारियों से अवगत कराया जाता है। अभ्यास उपरांत विभिन्न लोकेशन पर प्रतिनियुक्त पर्यवेक्षकों द्वारा होने वाली समस्याओं से अवगत कराया गया ताकि आगामी अभ्यास में इसे दूर किया जा सके। इस अवसर पर अर्श अस्पताल से आये चिकित्सकों की टीम द्वारा भी महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये जिसपर आश्वासन दिया गया कि भविष्य में इसे दूर करने का प्रयत्न किया जायेगा। अंत में विमानपत्तन निदेशक द्वारा अभ्यास में भाग लेने वाले सभी महत्वपूर्ण एजेसियों को धन्यवाद दिया गया।