मकर संक्रांति, जो भारतीय संस्कृति और परंपराओं में विशेष महत्व रखता है, के शुभ अवसर पर माहुरी वैश्य भवन, गुरुद्वारा रोड, गोसाई बाग, गया में एक महत्वपूर्ण सामाजिक वार्षिक बैठक सह सामाजिक पारिवारिक मिलन का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम आज दोपहर 12 बजे आरंभ हुआ और समाज के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा एवं परंपरागत उल्लास के साथ संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का उद्देश्य एवं मुख्य बिंदु
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य माहुरी वैश्य समाज के हितों से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श करना और वर्ष 2024 के लिए समाज के आय-व्यय का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करना था। इसके साथ ही, माहुरी वैश्य मंडल द्वारा वर्ष 2024 में समाज के उत्थान एवं विकास के लिए किए गए कार्यों का लेखा-जोखा भी प्रस्तुत किया गया।
बैठक में समाज के वरिष्ठजनों ने मार्गदर्शन प्रदान किया, जबकि युवाओं और महिलाओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए। शिक्षा, समाज सुधार, विवाह आयोजन, और सांस्कृतिक गतिविधियों पर विशेष चर्चा हुई। समाज के हित में आगे बढ़ने के लिए योजनाओं को अंतिम रूप दिया गया, और सभी सदस्यों ने एकजुट होकर इन योजनाओं को सफल बनाने का संकल्प लिया।
परिवारों की सहभागिता और पारंपरिक उल्लास
इस कार्यक्रम में गया और आसपास के क्षेत्रों से माहुरी वैश्य समाज के परिवार बड़ी संख्या में उपस्थित हुए। हर परिवार ने इस मिलन समारोह में भाग लिया और इसे अपनी उपस्थिति से गौरवान्वित किया। बैठक के उपरांत सभी ने मकर संक्रांति के पारंपरिक व्यंजन, चूड़ा, दही, तिलकुट, और गुड़ का आनंद लिया। यह आयोजन केवल एक बैठक तक सीमित न रहकर समाज के सभी सदस्यों के लिए एक आपसी मेलजोल और पारिवारिक एकता का
महान पर्व बन गया।
सफल आयोजन के पीछे की मेहनत
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में माहुरी वैश्य मंडल, गया की नवयुवक समिति और महिला समिति ने अहम भूमिका निभाई। समिति के सदस्यों ने पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ आयोजन की रूपरेखा तैयार की और सभी व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संपन्न किया। भवन की सजावट से लेकर पारंपरिक भोजन की व्यवस्था तक, हर पहलू में समर्पण झलक रहा था।
समाज में एकता और प्रगति का संदेश
इस आयोजन ने समाज में आपसी एकता और समरसता को नई ऊंचाई दी। वरिष्ठजनों ने इस बात पर जोर दिया कि समाज में आपसी सहयोग और एकजुटता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। वहीं, युवाओं ने तकनीकी और आधुनिकता के साथ समाज को नई दिशा देने की प्रतिबद्धता दिखाई।
कार्यक्रम के समापन पर सभी ने एक स्वर में समाज की उन्नति के लिए निरंतर प्रयास करने का संकल्प लिया। यह आयोजन न केवल एक वार्षिक बैठक थी, बल्कि समाज के लिए प्रेरणा और ऊर्जा का स्रोत भी बनी।
इस प्रकार, मकर संक्रांति के पावन पर्व पर माहुरी वैश्य समाज का यह सामूहिक आयोजन सभी के लिए यादगार और प्रेरणादायक बन गया।