भारत सरकार के 2070 तक कार्बन न्यूट्रल बनने के संकल्प को साकार करने की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए, दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला “नवीन एवं नवाचारी सौर अनुप्रयोग (NISA)” का आयोजन बोधगया स्थित होटल ताज दरबार में दिनांक 30 और 31 मई 2025 को किया गया। यह कार्यशाला GIZ के सहयोग से JEEViKA Women Initiative Renewable Energy & Solutions Pvt. Ltd (J-WiRES) के तत्वाधान में आयोजित की गई।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य Agri-Photovoltaics (APV) यानी कृषि-सौर ऊर्जा प्रणाली के क्षेत्र में कार्यरत विभिन्न हितधारकों — जैसे सरकारी विभागों, विद्युत वितरण कंपनियों, शोध संस्थानों और निजी कंपनियों — को सशक्त बनाना था, ताकि वे इस नई तकनीक को बेहतर तरीके से समझें और अपनाएं।
कार्यक्रम का उद्घाटन स्वागत भाषण के साथ हुआ, जिसमें JEEViKA, J-WiRES, GIZ, EY एवं SCGJ के अधिकारियों ने भाग लिया। इस प्रशिक्षण के मुख्य वक्ता श्री संजय दानाओ थे, जिन्होंने प्रशिक्षण के सभी तकनीकी सत्रों का संचालन किया।
प्रथम दिवस में प्रतिभागियों को APV तकनीक का परिचय, नीतिगत व नियामकीय ढाँचा, डिज़ाइन व निर्माण, संचालन एवं रखरखाव, संभाव्यता आकलन, स्थल चयन, तथा ग्रिड से जुड़ाव जैसे पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया गया।
दूसरे दिन प्रतिभागियों को व्यावसायिक मॉडल, अनुबंध व खरीद प्रक्रिया की जानकारी दी गई और फिर एक अध्ययन दौरे का आयोजन किया गया, जिससे उन्हें व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हो सके। कार्यशाला का समापन समूह चित्र और प्रमाण पत्र वितरण के साथ हुआ।
इस प्रशिक्षण का उद्देश्य प्रतिभागियों को APV परियोजनाओं के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करना था, ताकि वे ग्रामीण क्षेत्रों में सतत ऊर्जा समाधान को बढ़ावा दे सकें और भूमि के दोहरे उपयोग को बढ़ावा देते हुए पर्यावरणीय लक्ष्यों में योगदान दे सकें।