दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय, दरियापुर, पंचानपूर, टीकारी, गया के शिलान्यास एवं उद्घाटन कार्यक्रमों में इसके बृहद परिसर में केन्द्रीय विद्यालय, राष्ट्रीय स्तर के इंजीनियरिंग ,मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा के 12 वर्ष बीतने के बाद भी अभी तक इन संस्थाओं के शुरू नहीं होने से मध्य _ दक्षिण बिहार के छात्र, युवा, शिक्षाविद, एवं आमजन में भारी मायूसी है।
बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता एवं बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय संघर्ष समिति के संयोजक प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, प्रो मुद्रिका सिंह नायक, बृजमोहन शर्मा, नरेंद्र कुमार गुड्डू, श्रीकांत शर्मा, बाल्मीकि प्रसाद, विपिन बिहारी सिन्हा, विशाल कुमार, मोहम्मद समद, राम कृष्णा त्रिवेदी, राम प्रमोद सिंह, युगल किशोर सिंह, विद्या शर्मा, रामचंद पासवान, नाथून पासवान, जागरुप यादव आदि ने महामहिम राष्ट्रपति, केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री, कुलाधिपति एवं कुलपति दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय से अविलंब केन्द्रीय विद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज एवं मेडिकल कॉलेज शुरू करने की मांग किया है।
नेताओं ने कहा कि गया जिला के सभी राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनो एवं आमजन के सहयोग से बने संघर्ष समिति के लगातार महीनों संघर्ष के उपरांत बिहार में दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय एवं उत्तर बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना हुई, परंतु मोतिहारी स्थित उत्तर बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय का नामकरण महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय कर दिया गया, परंतु दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय का वर्षो से मांग के बाबजूद अभी तक विष्णु _ बुद्ध केन्द्रीय विश्वविद्यालय नहीं किया गया।
नेताओं ने कहा कि दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय परिसर मे भगवान विष्णु, भगवान बुद्ध, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमाएं तथा, राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर, पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम, बाबू जगजीवन राम, डॉ श्रीकृष्ण सिंह, डॉ अनुग्रह नारायण सिंह जैसे महापुरुषों के नाम पर विभिन्न भवनों का नामकरण कराने की मांग कुलाधिपति डॉ सी पी ठाकुर, कुलपति कामेश्वर नाथ सिंह से किया है।