गया में अचानक प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर हमला कर दिया जिसके बाद दोनों तरफ से पत्थरबाजी शुरू हो गई, वहीं प्रदर्शनकरियों को भगाने के लिए पुलिस ने बल का भी प्रयोग किया,
सबसे पहले पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को भगाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े जब फिर भी नहीं माने तो फिर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के भीड़ को इतर-बितर करने के लिए गोलियां भी चलाई, इस दौरान कई प्रदर्शनकारी भी घायल हो गए इसके बाद पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को भी हिरासत में लिया जबकि घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भी भर्ती कराया गया…
दरअसल यह रियल नहीं बल्कि रील था, गया पुलिस के द्वारा गया पुलिस लाइन के मैदान में मॉक ड्रिल का आयोजन किया था ताकि गया पुलिस किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित एक्शन ले सके और अपना कार्रवाई कर सके।
दरअसल दुर्गा पूजा दीपावली और छठ पर्व को देखते हुए आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए मॉक ड्रील का आयोजन किया गया था जिसमें फोर्स को हर सिचुएशन से निपटने के लिए तैयार किया जा रहा था ताकि वह समय पर अपना काम बेहतर और क्विक रिस्पांस के साथ कर सके, इसका नेतृत्व सिटी एसपी प्रेरणा कुमार कर रही थी।