गया में ओटीए से भारतीय सैन्य इतिहास में एक और नया अध्याय लिखा है. शनिवार को ओटीए के राज्यवर्धन स्टेडियम में पासिंग आउट परेड हुआ. पासिंग आउट परेड के बाद देश को 161 नई सैन्य अधिकारी मिले हैं. खास बात यह है, कि आज महिला दिवस है और आज के दिन 18 युवतियां कड़ी ट्रेनिंग के पश्चात सैन्य अफसर बनी है.
गया ओटीए में 26वीं पासिंग आउट परेड के बाद गया ओटीए से 161 ने सैन्य अधिकारी देश को मिले हैं. 2011 में देश के तीसरे अफसर प्रशिक्षण अकादमी की शुरुआत हुई थी. इसके बाद से हर साल यहां से सैन्य अफसर देश को मिलते हैं. इस बार 26वीं पासिंग आउट परेड में 161 नए सैन्य अधिकारी देश को मिले, जिसमें 18 युवतियां भी सैन्य अफसर बनी है.
पासिंग आउट परेड की सलामी लेफ्टिनेंट जनरल आरसी तिवारी पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, जीओसी -इन-सी पूर्वी कमान परेड के समीक्षा अधिकारी थे. उन्होंने पासिंग आउट परेड का निरीक्षण किया और सलामी ली. परेड में एससी टेक्निकल पुरुष-62 से 143 अधिकारी कैडेट्स और एससी टेक्निकल महिला- 33 से 18 अधिकारी कैडेट्स शामिल थे।
वही, अपने लाडली के सैन्य अधिकारी बनने की खुशी उनके परिजन और माता-पिता के बीच देखते ही बन रही थी खुशी का आलम यह था, कि परिजन अपने अफसर बेटे- बेटियों को कलेजे से लगा रहे थे, तो कोई कंधे पर बैठा रहा था. पीपींग सेरेमनी के दौरान परिजनों की खुशी उनके चेहरे से झलक रही थी. कई ऐसे माता-पिता थे, जो भावुक हुए जा रहे थे. कई मां अपनी अफसर बेटियों को खुशी से चूमी और गले से लगाया.
वही बिहार के रोहतास जिले के रहने वाली अंजली भी सैन्य अधिकारी बनी है, अंजलि के पिता संतोष कुमार एयरफोर्स में अंजलि अपनी सफलता के पीछे पापा के एयर फोर्स देखते हुए क्या मुकाम हासिल किया वे बचपन से ही फौज में जाना चाहती थी आज उसका सपना पूरा हो गया आज पापा से भी बड़े अधिकारी में बन गई हूं मैं अपनी फैमिली की पहली महिला अफसर बन गई हूं, आज का दिन महिला दिवस है, आज के दिन भारतीय सैनिक अधिकारी बनना मेरे लिए गौरव की बात है, वही इसके पिता भी अपनी बेटी की बुलंदी पर काफी खुश है, कहा कि चौथी पीढ़ी में मेरी बेटी अफसर बनी है।
वही आगरा की रहने वाली आपत्ति पांडे ने बताती है कि आज महिला दिवस है और इस दिन अफसर बनना काफी खुशी की बात है हमारे माता-पिता काफी खुश है, मैं अपने दोस्तों की वजह से आज मैं यहां पर आया हूं मेरा फोर्थ जनरेशन है। वहीं इनकी मां बताती है कि आज हम बहुत खुश है हमारा सपना और बेटी का सपना पूरा हुआ।
वही महाराष्ट्र के रहने वाले भाई-बहन भी एक साथ लेफ्टिनेंट बने हैं गया ओटीए में पासिंग और परेड और पीपिंग सेरेमनी के बाद दोनों भाई-बहन खुशी से उछल पड़े वहीं इस खुशी से सबसे ज्यादा इनके माता-पिता की खुशी देखने को मिला, और अपनी इस कामयाबी के पीछे अपने माता-पिता को बताया
वही कार्यक्रम के बाद गया मैं मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे ईस्टर्न कमान केआर्मी कमांडेंट लेफ्टिनेंट आरसी तिवारी ने सभी को शुभकामनाएं दिया